मोहाली में लिविंग इंडिया के पत्रकार पर ठेकेदारों के करिदो ने किया हमला

*मोहाली में लिविंग इंडिया के पत्रकार पर शराब के ठेकेदारों के करिदो ने किया हमला*

मोहाली में कोविड-19 की धज्जियां उड़ाते हुए शराब के ठेकेदारों द्वारा सरेआम मोहाली पुलिस की नाक के नीचे रात के 12:00 बजे तक ठेके खोले जा रहे हैं। जिसकी कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हमला कर दिया। जिस पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी मोहाली के दिशा निर्देशों पर विभिन्न धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मोहाली के स्थानीय दुकानदारों द्वारा इस बात का लगातार विरोध किया जा रहा है की आम दुकानों पर तो जिला मैजिस्ट्रेट के द्वारा जारी कोविड-19 नियम लागू होते हैं लेकिन शराब के ठेकों पर किसी तरह का कोई नियम लागू नहीं होता दिखता। जिस संबंधी स्थानीय लोगों द्वारा कई बार मोहाली पुलिस तथा सीएम के ट्विटर हैंडल पर अपनी शिकायतें ट्वीट की है। लेकिन मोहाली पुलिस तथा प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। इससे मोहाली पुलिस तथा प्रशासन की सांठगांठ शराब कारोबारियों से साफ उजागर होती है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही पंजाब में करीब डेढ़ सौ मौतें जहरीली शराब की वजह से हुई थी। लेकिन पंजाब सरकार चुप्पी धारे बैठी है। मोहाली में आज से पत्रकारों के अलग-अलग संगठनों में इस घटना संबंधी अपनी दुकानदारी चमकाने के लिए ज्ञापन देने की लगेगी होड़। मोहाली में पत्रकारों की गुटबाजी के कारण कोई भी व्यक्ति पत्रकारों पर हमला कर साफ निकल जाता है। मोहाली में करीब 4 से 5 प्रेस क्लब बनाए गए हैं। सरकार को इन प्रेस क्लबों की आड़ में लिए जा रहे सरकारी फायदे जोकि सिर्फ क्लब के पदाधिकारियों तक ही सीमित रहते हैं की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए तथा इन क्लबों को खत्म कर एक क्लब सरकार की देखरेख में बनाना चाहिए जो सिर्फ जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में चलें। इन सभी के विपरीत मोहाली में एक शहीद भगत सिंह प्रेस एसोसिएशन नाम की संस्था भी है जिसने आज तक किसी भी सरकारी या गैर सरकारी संस्थानों से कोई भी मालिया सहायता या लाभ नहीं लिया लेकिन फिर भी मुसीबत के वक्त अपने पत्रकार साथियों के साथ खड़ी हो जाती है तथा मुद्दे को उच्च स्तरीय अफसरों तक पहुंचा कर उसका हल करवाती है किसके लिए यह एसोसिएशन के काम सराहनीय है।