पत्रकार पर हमले पर पुलिस प्रशासन की सख्ती,संघ ने गिरफ्तारी कि मांग की

पत्रकारों द्वारा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने बाद ही बालू माफियाओ ने दर्ज़ करा ही दिया पत्रकार के ऊपर फर्जी मुकदमा


बांदा।09अगस्त। आपको बता दें की पूरा मामला यूपी के बांदा जिले का है। जहां पर पत्रकार अंशु गुप्ता और जिले के तमाम पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक बांदा को ज्ञापन देते हुए दिनांक 07/08/2020 बताया कि पीड़ित अंशू गुप्ता जसपुरा थाना का निवासी है। प्राथी पत्रकार अंशु गुप्ता के मोबाइल में 31/07/2020 को लगभग 5.30 बजे अवैध बालू के ट्रैक्टर की सूचना दी गई थी तभी प्राथी ने अपने मोबाइल नंबर 8545835337 से जसपुरा थाना में सूचना दी कि बालू से भरे अवैध दो टैक्टर बरहेटा से लेकर गौरीकला की तरह आ रहे है।प्राथी ने सूचना देने के बाद अपने साथी रवि तिवारी पत्रकार के साथ खबर कवरेज करने चला गया।पीड़ित पत्रकार अंशु गुप्ता ने गौरी कला से जा रहे ट्रैक्टर की वीडियो अपने कैमरे में कैद कर ली आपको बता दें कि कवरेज करके जब पत्रकार अपने घर की ओर जाने लगा तभी रास्ते में गौरीकला के रपटा के ऊपर पीडित पत्रकार अंशु गुप्ता की कार को बालू माफियाओं दबंगो द्वारा रोका गया इतना ही नहीं *1_* दबंग बालू माफिया सोनू सिंह कछवाह उर्फ सिद्धार्थ पुत्र बुध्यराज सिंह कछवाह निवासी बरेहटा ।2_ रवि सिंह कछवाह पुत्र लाखन सिंह निवासी बरेहटा 3_जयप्रकाश पुत्र स्वo कल्लू गुप्ता निवासी गौरीकला थाना जसपुरा व एक अज्ञात व्यक्ति ने प्राथी की कार रुकवाकर पीड़ित पत्रकार अंशु गुप्ता को भद्दी भद्दी गालियां देने लगे इन सब बालू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद थे कि सत्ता धारियों का खुद को आदमी बताकर पत्रकार को मारकर बुरा हाल कर दिया साथ ही पत्रकार का कैमरा जिसकी कीमत 10. 000 रुपया व एक मोबाइल फोन सैमसंग का जिसकी कीमत लगभग 7.000 रुपए साथ ही गले में पड़ा एक सोने का लाकेट जिसकी कीमत लगभग 3.000 थी ।जो उक्त व्यक्ति ले गए प्राथी के साथ उसका साथी पत्रकार रवि तिवारी भी था उसके द्वारा विरोध करने पर उसको भी चारो हमलावरों ने अवैध तमंचा निकालकर जान से मारने कि कोशिश की तभी गांव के तमाम लोग इकट्ठा हो गए। चारो उक्त लोगों जान से मारने कि धमकी देते हुए ।पीड़ित अंशू गुप्ता का कैमरा,मोबाइल ,सोने का लाकेट लेकर चले गए ।सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी जसपुरा व सीओ सदर बांदा घटना स्थल पर पहुंच कर जांच करने के बाद पीडित का दिनांक 01/08/2020 को मुकदमा दर्ज किया गया जिसकी अपराध संख्या 62/20 धारा 323,392,506 में मुकदमा पंजीकृत किया गया था मुकदमा दर्ज होने के बाद लगातार उक्त दबंगो द्वारा जान से मारने कि धमकी मिल रही है।माफियाओं का कहना है।की हम विधायक के आदमी है।मुकदमे में सुलह कर लो नहीं किया तो तुम्हे फर्जी केस में फसा देंगे और जेल भिजवा देंगे और अपने मुकदमे में एफआर लगवा लेंगे हम सत्ता के आदमी है।और तुम हमारा कुछ नहीं कर पाओगे ।पीड़ित ने जिसकी सूचना दिनांक 04/08/2020 को सभी अधिकारियों को डाक द्वारा अवगत कराया यही सम्बन्ध में जिले के तमाम पत्रकारों ने दिनांक 07/08/2020 को पुलिस अधीक्षक बांदा को ज्ञापन देकर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है।और कहां है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो हम सब पत्रकार अशोक लाट चौराहे पर आमरण अनशन करेंगे।जैसे ही बालू माफियाओ को पता चला कि कई पत्रकार पुलिस अधीक्षक के यहां गए है तभी माफियाओ द्वारा पत्रकारों पर भी दिनांक 07/08/2020 को फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। पत्रकारो को अभी धमकी मिलती है कि सुलह कर लो नही तो जेल जाना पड़ेगा।