सेल्टर होम/आश्रय में रखे लोगो ने ग्राम प्रधान और सीक्रेटरी पर लगाया धांधली का आरोप।

अम्बेडकर नगर। बता दें कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जहां आप्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा कार्य युद्व स्तर पर किया जा रहा है वही जहांगीरगंज अंतर्गत इटौरी खुर्द ग्राम पंचायत में श्रमिकों ने ग्राम प्रधान स्याम सुंदर यादव पर आरोप लगाया है कि सासन द्वारा 14 दिनों तक कोरन्टीन किये गए लोगो को 1000 रुपये दिए जाएंगे जो अभी तक नही दिया गया। जबकि कुछ लोगो को ग्राम प्रधान द्वारा रुपया खाते में भेजा भी गया जो ग्राम प्रधान के काफी करीबी माने जाते है। तथा ग्राम प्रधान के जो लोग वोट दिए हैं उन्हीं के खाते में पैसा दिया जा रहा है जिसकी शिकायत करने पर ग्राम प्रधान द्वारा बताया जाता है कि आपके खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं ग्रामीण जब अपना अकाउंट चेक करने जाते हैं तो बैलेंस शूज देख होश उड़ जाते है ।वहीं कुछ दिहाड़ी श्रमिकों ने बताया कि बार-बार हमें इस तरह दौड़ाया जाता है हम लोग इसकी शिकायत सीक्रेटरी से भी कर चुके हैं लेकिन कोई आश्वासन अभी तक नहीं मिला। वहीं ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा कार्य में लगे श्रमिक ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रहे हैं जिससे बाहर से आने वाले श्रमिकों में कोरोना वायरस संक्रमण होने का भी खतरा बना रहता है ।वहीं कुछ श्रमिकों ने बताया कि मनरेगा में कार्य हमारे द्वारा किया जाता है लेकिन भुगतान किसी अन्य के नाम पर किया जाता है जिससे हम श्रमिकों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों द्वारा इटौरी खुर्द गांव के प्रधान पर गंभीर आरोप लगाया जा रहा है जो जांच का विषय है।