कोरोना से बचाव हेतु सखी महिलाओं ने 30 हजार मास्क तैयार कर गांवों में पहुंचाएं।बेसहारा एवं भूखों के लिए भोजन के पैकेट का वितरण भी जारी।

कोरोना महामारी एक ओर पुरी दुनिया मिलकर लड़ रही हैं वही चित्तौड़गढ़ जिले की सखी परियोजना की महिलाओं ने भी अपने सिलाई प्रशिक्षण के हुनर का उपयोग करते हुए मास्क तैयार करके उनको शहरी, ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचाकर कोरोना को मात देने का बीड़ा उठाया है।


हिंदुस्तान जिंक एवं मंजरी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में चलाए जा रहे सखी कार्यक्रम के तहत सखी संगम फेडरेशन से जुड़े पुठोली, गणेशपुरा एवं आजोलिया का खेड़ा गांव की 44 स्वयं सहायता समूहों कि महिलाओं द्वारा यह कार्य किया जा रहा है।


ये महिलाएं अपने अपने घरों में रोजमर्रा के काम के साथ-साथ रोजाना 8 घंटे सिलाई मशीन पर बैठकर प्रतिदिन 4 हजार मास्क तैयार करके आस-पास के गांव में वितरित करने हेतु पहुंचा रही हैं, ताकि अपने आसपास के लोगों का इस संक्रमण से बचाव हो सके।


मंजिरी फाउंडेशन के अमरेश त्यागी ने बताया कि हिंदुस्तान जिंक एवं मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से महिलाओं द्वारा पिछले 1 सप्ताह में करीब 30 हजार मास्क बनाकर समुदाय में पहुंचाएं हैं एवं यह सिलसिला अभी भी जारी है।


त्यागी ने बताया कि पिछले तीन दिनों से गरीब एवं बेसहारा लोगों को भोजन के पैकेट भी वितरित किए जा रहे हैं, ताकि कोई भी भूखा न सोयें।