रेल यात्रियों के लिए सामान ले जाने के नियमों की जानकारी, यात्री नियमानुसार अनुमत तय वजन सीमा में ही सामान साथ में रखे।

भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सामान (लगेज) की बुकिंग और ढुलाई से जुड़े नियमों को स्पष्ट किया है। रेलवे ने अलग-अलग श्रेणियों के लिए निःशुल्क सामान की वजन सीमा भी तय की है। फर्स्ट एसी में 70 किलोग्राम, सेकेंड एसी में 50 किलोग्राम, थर्ड एसी और स्लीपर में 40 किलोग्राम तथा अनारक्षित श्रेणी में 35 किलोग्राम तक का सामान निःशुल्क ले जाया जा सकता है। इससे अधिक वजन के सामान को ले जाने पर रेलवे द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जाती है। यात्री तय सीमा में ही सामान के साथ यात्रा करें इससे न केवल स्वयं को सुविधा रहती है बल्कि सहयात्री को भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है।

किसी यात्री के पास अधिक सामान है तो वह निकटतम पार्सल ऑफिस के माध्यम से सामान बुक करवा सकते है। जिस सामान के साथ यात्री उसी ट्रेन से यात्रा करेगा, उसे ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान समय से कम से कम 30 मिनट पहले बुकिंग स्टेशन के लगेज ऑफिस में प्रस्तुत करना अनिवार्य है। जिन यात्रियों ने पहले से आरक्षित टिकट लिया है, वे उसी समय अपना सामान भी अग्रिम रूप से बुक करा सकते हैं। भारी और बड़े आकार के सामान पर विशेष शुल्क का प्रावधान है। रेलवे द्वारा ज्वलनशील, विस्फोटक, खतरनाक, संक्षारक पदार्थ, खाली गैस सिलेंडर, मृत पशु-पक्षी, एसिड और अन्य आपत्तिजनक वस्तुओं को लगेज के रूप में बुक नहीं किया जाएगा। रेलवे द्वारा यात्रियों को ट्रंक, सूटकेस और बक्से इत्यादि निजी सामान के रूप में ले जाने की अनुमति है।

चिकित्सकीय प्रमाण पत्र के साथ मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर और उसका स्टैंड सभी श्रेणियों में निःशुल्क ले जाने की अनुमति दी गई है। व्यापारिक या बिक्री के उद्देश्य से लाया गया सामान यात्री डिब्बों में निजी लगेज के रूप में ले जाने की अनुमति नहीं है।

यदि कोई यात्री निर्धारित सीमा से अधिक सामान बिना बुकिंग या आंशिक बुकिंग के साथ पकड़ा जाता है तो अतिरिक्त वजन पर जुर्माना लगाया जाएगा। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अतिरिक्त सामान को यात्रा से पहले लगेज ऑफिस में बुक कराएं, शुल्क का भुगतान करें और अपने टिकट पर उसका उल्लेख अवश्य कराएं।

लगेज व पार्सल नियमों का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा यात्रा को अधिक सुगम बनाना है।