राजस्थानी भाषा आंदोलन को नई ऊर्जा — “An Untold Story” डॉक्यूमेंट्री ने जगाई जनजागृति

जयपुर ( राहुल कुमार वर्मा ) राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने की माँग अब एक सशक्त जनआंदोलन का रूप ले रही है। इसी दिशा में आरटीआई एक्सपर्ट ओ.पी. ओझा द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री ?राजस्थानी भाषा: An Untold Story? ने नई चेतना और चर्चा को जन्म दिया है।

यह डॉक्यूमेंट्री यूट्यूब चैनल ? Wide Cast पर उपलब्ध है और राजस्थानी भाषा आंदोलन के संघर्ष, सच्चाइयों और राजनीतिक पहलुओं को उजागर करती है। हाल ही में सारांश स्टूडियो, जयपुर में इस फिल्म का प्रथम अवलोकन किया गया, जहाँ ओ.पी. ओझा ने राजस्थानी लेखक भरत ओला के साथ फिल्म देखी और इसके निर्देशक सुरेश मुदगल तथा एडिटर अमित ओझा के कार्य की मुक्त कंठ से सराहना की।

ओ.पी. ओझा ने कहा कि यह फिल्म केवल एक डॉक्यूमेंट्री नहीं, बल्कि राजस्थानी अस्मिता की पुकार है। उन्होंने अपील की कि इस वीडियो को राजस्थान के बाहर रहने वाले सभी राजस्थानी भाइयों तक पहुँचाया जाए, ताकि वे अगले वर्ष होने वाली जनगणना में अपनी मातृभाषा के रूप में ?राजस्थानी? लिखवाएँ।

वर्तमान में राजस्थानी भाषा बोलने वालों की वास्तविक संख्या लगभग 10 करोड़ आंकी जा रही है, जबकि जनगणना निदेशालय के आँकड़ों में यह संख्या केवल 2.5 करोड़ दर्ज है। ओ.पी. ओझा के अनुसार, यदि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाना है, तो सही आंकड़े दर्ज होना अत्यंत आवश्यक है।