कहीं वरिष्ठ अधिकारियों के इशारे पर तो नही....?  

रायबरेली।कोयला आधारित एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना में काफी लंबे समय से राख उपयोगिता विभाग में फ्लाई ऐश (राख)से संबंधित हुए करोड़ों रुपए की घोटाले की जांच चल रही है।जिसको लेकर राख उपयोगिता के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।यह भी जानकारी मिली है कि राख उपयोगिता विभाग में हुए घोटाले की जांच विजिलेंस टीम कर रही है और ऐसी जानकारी मिल रही है कि लंबित जांच की जद में हाल ही में सेवानिवृत्त हुए अधिकारी भी शामिल हैं।गौरतलब है कि कोयला आधारित ऊंचाहार परियोजना से उत्सर्जित राख का करोड़ों टन हिस्सा ठेका प्रक्रिया द्वारा हुए अनुबंध के तहत ट्रक और कैपशूल टैंकर के जरिए सीमेंट फैक्ट्रियों और एनएचआई की निर्माणाधीन सडक़ों के साथ अन्य सुरक्षित व तय स्थानों तक पहुंचाना होता है,जिसकी सम्पूर्ण जानकारी राख उपयोगिता ही रखता है।आरोप के मुताबिक वर्तमान में राख उपयोगिता विभाग मे वरिष्ठ अधिकारियों के इशारे पर ट्रैक्टर ट्राली से फ्लाई ऐश की ढुलाई कराई जा रही है।साथ ही इस राख को परियोजना के आसपास के गांवों में बेचा जा रहा है और अर्जित हो रहे धन का आपस में बंदरबांट हो रहा है,जिससे एनटीपीसी परियोजना को भारी नुकसान हो रहा है।जगह- जगह मनमाने तरीके से फ्लाई ऐश गिराने से वातावरण प्रदूषित हो रहा है और ट्रैक्टर ट्राली में बिना ढंके फ्लाई ऐश की ढुलाई करने से सड़क पर राख इकट्ठी हो रही है और उड़ने वाली धूल लोगों के घरों और दुकानों में घुस रही है। लोग दमे के मरीज हो रहे हैं।