नन्हे हाथों की मासूम कलाकारी ने शब्दों को दिया सुंदर रूप 

ऊंचाहार,रायबरेली।कहते है कि पूत के पांव पालने में ही नजर आ जाते हैं।इस कहावत को शनिवार को नगर के गायत्री नगर में स्थित माई छोटा स्कूल के मासूम छोटे बच्चों ने साबित कर दिखाया।हिंदी पखवारा के तहत आयोजित सुलेख प्रतियोगिता में पांच साल से कम उम्र के बच्चों ने नन्हे हाथों से कागज पर शब्दों का ऐसा कलात्मक और सुंदर रूप उकेरा ,जो सभी के लिए एक रचनात्मक और भाषाई अनुभव बना।छोटे छोटे बच्चों ने अक्षरों की सुंदरता के साथ साथ अखंडता,सामंजस्य,लय और वंश का शानदार प्रदर्शन किया।बच्चों ने अक्षरों के डिजाइन और निष्पादन पर पूरा ध्यान केंद्रित किया,जिससे शब्द देखने में सुंदर और सामंजस्य पूर्ण लग रहे थे।यह आयोजन ग्रैंड पैरेंट्स डे के अवसर पर किया गया था। सुलेख प्रतियोगिता में देवांशी,अनमोल,एकाग्र,दिशांत को पुरस्कृत किया गया।बच्चों की दोहा संवाद में अयांश, शिवि प्रथम रहे।इसके बाद अनिका,अनाया, तनिष्का,वनिश्का,नीति,आव्या द्वारा मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति से उपस्थित लोगों की वाहवाही बटोरी।वहीं ग्रैंड पैरेंट्स डे में विद्यालय की हेड ने बच्चों की प्रगति आख्या से अभिभावकों को अवगत कराया और बच्चों के सर्वांगीण विकास का भरोसा दिया।इस मौके पर हुसैन,सम्यक,कुमार कार्तिकेय मिश्रा,अथर्व,अन्वी गुप्ता आदि बच्चों द्वारा बनाए गए पुष्पगुच्छ से अभिभावकों व बच्चों को सम्मानित किया गया।अंत में स्कूल हेड की ओर से प्रत्येक कक्षा के बच्चों को विद्यालय की सभी गतिविधियों में संतोषजनक प्रदर्शन करने पर उन्हें स्टार ऑफ द वीक घोषित कर उनकी हौसलाफजाई के लिए उन्हें स्टार बैच से सम्मानित किया गया।उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम प्रत्येक सप्ताह आयोजित किए जाएंगे ताकि बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास हो सके।इस अवसर पर बच्चों के अभिभावकगण समेत विद्यालय परिवार मौजूद रहा।