जम्मू मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक द्वारा ट्रेन नंबर 12445 में माल और पार्सल लीज की अप्रत्याशित जांच

जम्मू मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक द्वारा ट्रेन नंबर 12445 में माल और पार्सल लीज की अप्रत्याशित जांच

भारतीय रेल ट्रेनों में माल और पार्सल लीज के संचालन में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समय-समय पर रेल के विभिन्न मंडलों में एक अप्रत्याशित जांच अभियान चलाया जाता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पार्सल और माल की लीज और ढुलाई रेलवे के निर्धारित नियमों और विनियमों के अनुसार की जा रही है या नहीं। इसी तरह का एक अप्रत्याशित जांच अभियान, मंगलवार को जम्मू रेलवे स्टेशन पर गाड़ी संख्या 12445 में किया गया। यह जांच अभियान मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल के मार्गदर्शन में बनाई गई , संयुक्त टीम द्वारा किया गया। इस संयुक्त टीम का नेतृत्व सहायक वाणिज्य प्रबंधक जसवंत सिंह द्वारा किया गया, जिसमें चार और अन्य रेल कर्मी भी शामिल थे। ट्रेन नंबर 12445 के एसएलआर में जांच के दौरान पाया, कि व्यापारी द्वारा ट्रेन में उसकी भार क्षमता 3.9 से अधिक 1.37 टन माल लोड किया गया है तथा एसएलआर में चढ़ाए गए पैकेजों की संख्या में भिन्नता पाई गई। जो कि वास्तव में व्यापारी द्वारा घोषणा पत्र में दर्शाएं गए पैकेजों की संख्या से कहीं अधिक थे। संयुक्त टीम द्वारा जांच के दौरान यह भी पाया गया की वस्तुओं की गलत घोषणा की गई है। जैसे गुटखा 24 पैकेट था जिसका कुल वजन 1083 किलोग्राम था मगर व्यापारी द्वारा भरे गए घोषणा पत्र में यह सत्यापित नहीं था। नियमों का उल्लंघन करने वाले लीज धारकों के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही करते हुए,लगभग लीज धारकों से 34000 का जुर्माना वसूलने के साथ तथा मामले को GST विभाग को अग्रिम जांच हेतु सौंप दिया गया।मंडल की संयुक्त टीम द्वारा की गई, सरप्राइज चेकिंग पर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल ने कहा कि यह सरप्राइज चेकिंग पार्सल रिलीज की प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाब देही लाने के उद्देश्य से की गई है, इसके तहत पार्सल लीज के स्थान,उपयोग और लीज की शर्तों का मूल्यांकन किया जाएगा किसी भी तरह की अनियमितता या नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित लीज धारक व व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी और कहा कि मंडल में यात्री सुरक्षा के साथ-साथ, इस तरह अभियान भी चलाए जाएंगे। जिससे की रेल के राजस्व का नुकसान ना हो।

जनसंपर्क निरीक्षक राघवेंद्रर सिंह