कर्मचारियों की उदासीनता का दंश झेल रही केयर टेकर    

आलापुर (अंबेडकर नगर)| विकास खण्ड जहांगीरगंज मुख्यालय पर आयोजित केयर टेकर महिलाओं की बैठक में केयर टेकर महिलाओं की समस्याओं को खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत एवं एडीओ आईएसबी ने सुना और उसके निदान का भरोसा दिया। मालूम हो ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय पर नियुक्त केयर टेकर महिलाओं द्वारा बार बार शिकायत करने पर उनकी समस्याओं को निस्तारित न किए जाने से काफी दिक्कतों का सामना करने पर मजबूर हैं। कुछ केयर टेकर महिलाओं ने बताया कि उन्हें ड्यूटी करते हुए लगभग 5 वर्ष होने वाले हैं और उन्हें प्रति महीने मिलने वाले 9 हजार मानदेय नहीं दिया जा रहा है। बैठक में एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई कि साफ सफाई के लिए प्रति महीने मिलने वाली 3हजार रुपए की धनराशि किसी भी केयर टेकर को नहीं मिल रही है। इतना ही नहीं तमाम ग्राम पंचायत में 56 माह बाद भी किसी को तीन माह का मानदेय भुगतान किया गया है तो किसी को आठ माह तो किसी को 15 माह का मानदेय भुगतान किया गया है। शासनादेश एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बार बार पत्र जारी कर केयर टेकर महिलाओं को मानदेय भुगतान करने का आदेश जारी किया गया है लेकिन कर्मचारियों की मनमानी का दंश केयर टेकर महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। शासन की मंशा पर उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर केयर टेकर महिलाओं की नियुक्ति समूह की सबसे गरीब, विधवा, विकलांग, परित्यक्त्तता महिलाओं के जीवन स्तर मे सुधार करने के लिए किया गया था। शासन की मंशा पर संबंधित कुछ कर्मचारी पानी फेर रहे हैं और तमाम गरीब और जरूरतमंद असहाय केयर टेकर महिलाओं का परिवार भुखमरी से जूझ रहा है। ब्लाक पर उपस्थित कई केयर टेकर महिलाओं ने बताया कि 56 महीनों से ड्यूटी कर रहे हैं और यह विश्वास था कि सरकार 6 हजार रूपए प्रति महीने मानदेय देगी तो परिवार का भरण पोषण होता रहेगा लेकिन कर्मचारियों की मनमानी और अनदेखी से मानदेय का भुगतान बराबर नही हो रहा है और मनमानी ढंग से मानदेय का भुगतान किया जाता है। समूह में जब कई महीने का मानदेय भुगतान करने के लिए जाता है तो इससे समूह की महिलाओं में लालच पैदा हो रही है और और समूह में विवाद उत्पन्न हो रहा है। मानदेय निकालने में पदाधिकारी विरोध करने लगती हैं और नाजायज फायदा उठाने का प्रयास कर अवैध धन उगाही करती है। केयर टेकर महिलाओं ने बताया कि समूह से ही समूह सखी, बैंक सखी, मनरेगा मेट,जल जीवन मिशन, विद्युत सखी आदि विभागो में महिलाओं को रोजगार दिया गया है लेकिन सारी समस्या केयर टेकर महिलाओं को मानदेय देने और भुगतान करने में क्यों हो रही है। केयर टेकर महिलाओं ने कहा कि यदि समूह में कोई अन्य महिला गरीब, असहाय,जरूरतमंद हो तो उसे समूह के माध्यम से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर उन्हें भी रोजगार दिया जा सकता है लेकिन कर्मचारियों की उदासीनता का दंश केयर टेकर महिलाओं को उठाना पड़ रहा है। केयर टेकर महिलाओं की बात सुनकर खण्ड विकास अधिकारी सतीश कुमार सिंह ने कहा कि सभी केयर टेकर महिलाओं की समस्याओं को बीएमएम को नोट कराया गया है और समस्याओं को प्राथमिकता से निपटारा किया जाएगा। सहायक विकास अधिकारी योगेन्द्र नाथ सिंह, एडीओ आईएसबी अरुण कुमार चतुर्वेदी ने भी केयर टेकर महिलाओं को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी समस्याओं को निस्तारित किए जायेंगे। इस दौरान बीएमएम प्रिन्स कुमार, इंद्रेश कुमार, उपस्थित रहे और केयर टेकर सुनीता, फूलमती, शीला, सुमन, सुजाता गोंड, रीता निषाद, सुधरा देवी, किस्मत्ती, संगीता, सरिता, रोली, प्रेमशीला, सोना देवी आदि केयर टेकर महिलाओं ने अपनी समस्याओं से खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी, एडीओ आईएसबी को अवगत कराया।