क्वार्सी बाईपास पर यमराज बने बैठे फर्जी नर्सिगं होम 


जिले में तेजी से फेल रहा अवैध नर्सिगं होमों का गोरखधंधा


अलीगढ़। कमिश्नरी से चंद कदमों की दूरी पर क्वार्सी बाईपास और धौर्रा माफी पर जान बचाने वाले डॉक्टर यमराज बने बैठे हैं। ?जिंदगियों की ठगी? के गौरख धंधे के बारे में जानकर आप भी दंग रह जाएगें और फर्जी डाक्टरों के बारे में जानकर आप का भी दहल जाएंगा। कहीं यात्रा की इच्छा पूरी करने के लिए डॉक्टर नकली पेसमेकर चिपका रहे हैं तो कहीं सस्ते इलाज का लालच देकर लैब टेक्नीशियन और फर्जी डॉक्टर सर्जरी कर रहे हैं।
जिले में अवैध नर्सिंग होम के गोरखधंधे का संचालन सरकारी अस्पतालों के आसपास से ही किया जा रहा है। सैकड़ो अवैध नर्सिंग होम जिले के मेडिकल कॉलेज, सीएचसी व पीएचसी के पास ही स्थित हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों पर तैनात कुछ स्वास्थ्य कर्मी व आशाएं ही मरीजों को बेहतर इलाज का झांसा देकर इन्हें नर्सिंग होमो पर भेज रही हैं। सरकारी अस्पतालों के आसपास से संचालन होने के बाद भी जिम्मेदार कार्रवाई को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
बावजूद इसके जिले में तेजी से अवैध नर्सिंग होमो का गोरखधंधा फैल रहा है। देखते ही देखते जिले में तीन सौ से अधिक गैर पंजीकृत फर्जी नर्सिंग होम खुल गए हैं। साथ ही यहां प्रतिदिन कई हजार मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अकुशल लोगों द्वारा इलाज किए जाने से जहां कई मरीजों की मौत हो रही है तो वहीं कइयों को अपने हाथ पैर गंवाने पड़ रहे हैं। धड़ल्ले से बेखोफ फलफूल रहे इस गोरखधंधे का कारण सरकारी अस्पतालों पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दी जाने वाली सरपरस्ती है। विभागीय सूत्रों की मानें तो सीएचसी व पीएचसी के आसपास संचालित अवैध नर्सिंग होमों से प्रति माह एक मोटी रकम दी जाती है और इसके बदले उन्हें संचालन का संरक्षण मिलता है।
मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक कर रहे निजी प्रैक्टिस
शहर स्थित मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में प्रतिदिन 2000 से 2200 मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन यहां के कुछ चिकित्सक निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं। साथ ही मेडिकल कॉलेज आने वाले मरीजों को निजी क्लीनिक पर बुलाते हैं और उनसे मोटी फीस वसूली जाती है।