कन्नौज: तलवार की धार पर है तहसीलदार तिर्वा की कार्यशैली

कन्नौज। पहले ही तहसीलदारों की कमी से जूझ रहे ज़िले में एक नवप्रोन्नत तहसीलदार की तैनाती को लेकर बेवजह एक विवाद खड़ा हो गया है। मथुरा से प्रोन्नत होकर आए तहसीलदार अवनीश कुमार-2 की तैनाती तत्कालीन जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने छिबरामऊ में करते हुए छिबरामऊ के तहसीलदार अभिनव वर्मा को कन्नौज सदर में अतुल हर्ष के बलिया स्थान्तरण से रिक्त हुए पद पर भेजा था। अभिनव कन्नौज स्थानांतरण से जहाँ असहज महसूस कर रहे थे वही आरोप है कि समीपवर्ती मैनपुरी ज़िले के मूल निवासी अवनीश कुमार-2 की तैनाती से छिबरामऊ तहसील का कामकाज भी कथित तौर पर प्रभावित हुआ।

स्थानीय विधायक से लेकर कई नेताओं ने तहसीलदार की तहसील बदले जाने को लेकर गुहार भी लगाई किन्तु इसी बीच डीएम ने कामकाज को सहज करने की दृष्टि ने तेज़तर्रार नायब तहसीलदार हिमांशु प्रभाकर को सदर से छिबरामऊ स्थानांतरित कर उनके स्थान पर महाकुम्भ मेला डयूटी से चार माह बाद वापस लौटे नायब तहसीलदार भारत कुमार मौर्य को सदर में तैनाती दे दी।

इसी बीच डीएम शुभ्रान्त कुमार शुक्ल का इटावा तबादला हो गया तो स्थिति धीरे धीरे सामान्य होने लगी किन्तु इसी बीच शिकायतें बढ़ती देख तिर्वा के तहसीलदार अवनीश कुमार-1 को छिबरामऊ भेजते हुए शनिवार को देर रात अवनीश कुमार -2 को तिर्वा तहसील स्थानांतरित कर दिया गया।

तहसीलदार साहब अभी ढंग से अपना कामकाज शुरू भी न कर पाए थे कि उनका विरोध शुरू हो गया।

न्यू बार एसोसिएशन के दर्जन भर पदाधिकारियो ने आज जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री को एक ज्ञापन देकर स्थानांतरित तहसीलदार का तबादला निरस्त करने और नवागंतुक तहसीलदार को अन्यत्र भेजे जाने की मांग कर दी।

ज्ञापन के समय मौजूद तिर्वा विधायक कैलाश सिंह ने जहां स्थानान्तरित तहसीलदार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की वही इस बात से भी सहमति जताई कि नवागन्तुक तहसीलदार के कामकाज के तौर तरीके भी ठीक नही है। उन्होंने अधिवक्ताओ से वादा किया कि वे शीघ्र ही इस बारे में राजस्व परिषद के उच्चाधिकारियों से मिलकर जिले में एक और तहसीलदार भेजे जाने और अवनीश कुमार-2 का तबादला अन्यत्र किये जाने की मांग करेंगे।

अधिवक्ता हालांकि इस तर्क से सहमत नही हुए लेकिन डीएम के इस आश्वासन पर वापस लौट गए कि यदि तहसीलदार ठीक से काम नही करेंगे तो उन्हें अन्यत्र तबादले की सिफारिश शासन को भेज दी जाएगी।

अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी के इस तर्क से भी सहमति जताई कि तीन तहसीलों के लिए जिले में मात्र तीन तहसीलदार ही तैनात है जबकि तहसीलदार न्यायिक के तीनों पद जिले में रिक्त हैं।

बहरहाल तिर्वा के नवागन्तुक तहसीलदार के लिए अब उनकी कार्यशीली तलवार की धार पर चलने जैसी होगी क्योंकि अधिवक्ता, विधायक और जिला प्रशासन उन्हें तुलनात्मक रूप से परखेंगे, जरा ही चूक होते ही उन पर कड़ी कार्रवाई तय है।