फिरोजपुर मंडल के मंडल चिकित्सालय में कार्यरत डॉ. कमल कुमार ने बताया कि सीपीआर को Cardiopulmonary resuscitation (CPR) कहते हैं।

फिरोजपुर मंडल के मंडल चिकित्सालय में कार्यरत डॉ. कमल कुमार ने बताया कि सीपीआर को Cardiopulmonary resuscitation (CPR) कहते हैं। यदि किसी व्यक्ति की सांस अथवा दिल की धड़कन रुक जाए तो इस टेक्निक द्वारा उसकी जान बचाई जा सकती है। किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने के दौरान हृदय, मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के अन्य हिस्सों में खून पंप नहीं कर पाता है। कभी-कभी एंबुलेंस आने, अस्पताल तक पहुंचने और चिकित्सा सहायता प्राप्त होने में समय लग जाता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। इन हालात में सीपीआर के जरिए व्यक्ति को बचाया जा सकता है।मंडल चिकित्सालय में डॉ. कमल कुमार ने वाणिज्य विभाग तथा फ्रंटलाइन स्टाफ को सीपीआर देने की सही तकनीक के बारे में जानकारियां दी। उन्हें बेसिक जानकारी तथा पुतलों पर डेमो देकर प्रशिक्षित किया गया। आज 23 रेलकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।मंडल रेल प्रबंधक संजय साहू ने बताया कि मंडल के फ्रंटलाइन स्टाफ को सीपीआर और प्राथमिक चिकित्सा सम्बन्धी प्रशिक्षण देने का काम जारी रहेगा ताकि किसी भी आकस्मिकता के दौरान रेलयात्रियों को प्राथमिक चिकित्सीय सहायता प्रदान की जा सके।