जिला पुलिस ने की अपील, सोशल मीडिया पर फैली खबरों की पुष्टि करें

हिसार (सुनील कुमार)

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते पुलिस प्रशासन ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे सावधान रहें, घबराए बिल्कुल भी नहीं। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, एक्स (टि्वटर), फेसबुक आदि पर फैली खबरों की पुष्टि करें। बिना पुष्टि किसी भी खबर को फॉरवर्ड न करें।

पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने शुक्रवार को कहा कि सबसे पहले जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। घर में सबसे सुरक्षित कमरा पहचानें (जहां खिड़कियां न हों)। बाहर हों तो पास के मजबूत ढांचे या निचली जगह में लेट जाएं। तत्काल रिकॉर्डिंग या वीडियो बनाने के लिए बाहर न दौड़ें। इमरजेंसी किट तैयार रखें, पहचान पत्र, जरूरी दवाइयां, पानी, सूखा खाना, मोबाइल चार्जर, फ्लैशलाइट एक किट बैग में रखें जो तुरंत उठाकर निकला जा सके। उन्होंने कहा कि अफवाहों से बचें, केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें। सरकारी ऐप (एनडीएमए), एआईआर, और डीडी न्यूज जैसे विश्वसनीय स्रोतों से ही अपडेट लें। सोशल मीडिया जैसे वट्सअप, ट्विटर या फेसबुक पर फैली खबरों की पुष्टि करें। उन्होंने कहा कि सभी नागरिक मानसिक संतुलन बनाए रखें, दिन में दो बार से ज्यादा खबरें न देखें, 4-4-4-4 बॉक्स ब्रीदिंग करें, 4 सेकंड सांस लें ? रोकें ? बाहर छोड़ें ? रोकें ? दोहराएं। पूजा, प्रार्थना या ध्यान करें। बच्चों से डर की बात नहीं, दिनचर्या बनाए रखें। उन्हें खेल, पढ़ाई, कहानियां आदि में व्यस्त रखे। समुदाय के साथ जुड़ें। पड़ोसियों से संपर्क रखें, बुजुर्गों की सहायता करें। कोई भी संदिग्ध चीज दिखे तो पुलिस को सूचित करें, न कि सोशल मीडिया पर डालें। किसी भी खबर का फैक्ट-चेक वेबसाइट (पीआईबी फेक्ट चैक एएसटी न्यूज) से सत्यापन करें।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमें यह याद रखना है कि हिम्मत शोर नहीं करती, तैयारी करती है। अपने भीतर डर को जगह न दें, बस तैयारी रखें। रोज़ जीवन की एक चीज़ पर ध्यान दें जो आपको ख़ुशी देती हो। जैसे संगीत, खाना बनाना, किताबें, या बच्चों के साथ समय। उन्होंने कहा कि ?आप सैनिक नहीं हैं, लेकिन राष्ट्र की हिम्मत आप हैं?। घबराएं नहीं-सतर्क रहें, संगठित रहें और सकारात्मक रहें।