दिल्ली कमेटी मेंबरों ने संगत की हाजिरी में अमित शाह के आगे पंथ के मुद्दे क्यो नहीं उठाये: पीतमपुरा

नई दिल्ली 10 जनवरी (मनप्रीत सिँह खालसा):- गुरु गोबिंद सिंह जी की प्रकाश पूर्ब की जयंती के मौके पर गुरुद्वारा रकाब साहिब में मनाए गए कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए. इस अवसर पर जब वह संगत के रूप में उपस्थित थे, तो कमेटी के आयोजकों ने सिख पंथ का कोई मुद्दा नहीं उठाया, जिसके बाद उन्होंने प्रसिद्धि पाने के लिए समाचार पत्रों में लंबे बयान दिए कि हमने गृहमन्त्री से सिख कौम के लिए बहुत सारी माँग की है।

संगत जी का चरित्र इतना गिर गया है और वह सरकार की चापलूसी करने के लिए इतने उत्सुक हैं कि गुरुद्वारा रकाब साहिब जी के मंच से बंदी सिंह, किसानों, हवाई यात्रा में कृपाण पर प्रतिबंध और कमेटी के तहत चल रहे स्कूल जिनकी आर्थिक वजह से खराब हो चुकी हालात के साथ सिख पंथ के कई अन्य गंभीर मुद्दे हैं, उनमें से एक पर भी बात नहीं कर सके । यहां इस बात पर विचार करना जरूरी है कि जो लोग गृह मंत्री और संगत के सामने बात तक नहीं कर पाते, वह बंद कमरे के अंदर नेता लोगों से आमने-सामने बात करने की हिम्मत कैसे जुटा पाएंगे । एक तरफ तो यह दिल्ली एयरपोर्ट का नाम बदलकर गुरु तेग बहादुर साहिब के नाम पर करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन वहां कृपाण पर लगे प्रतिबंध की बात करते हुए उनकी सांसें सूख रही हैं । इन लोगों के संरक्षण के अंदर कमेटी के अधीन चल रहे स्कूलों के स्टाफ को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है, वहीं इन्होंने आगे आकर कोर्ट में मांग की है कि स्कूलों के स्टॉफ का बकाया भुगतान करने के लिए कमेटी की कुछ संपत्ति कुर्क की जाए जो कि पंथ के लिए बहुत शर्मनाक है।

यह शब्द शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के महासचिव और युवा अकाली दल की कौर समिति के सदस्य सरदार जसमीत सिंह पीतमपुरा ने मीडिया को जारी एक बयान के माध्यम से व्यक्त किए।