राष्ट्रीय  ब्रह्म मंच बना पीडित व कमजोर ब्राम्हणों का सहारा ::संस्थापक पं. श्याम तिवारी 

कहने के लिए अपने जनपद व प्रदेश में कई संगठन है और कई ब्राम्हण नेता है। जो ब्राह्मणों के ठेकेदार बनकर निजी स्वार्थ हल कर लेते है। फिर ब्राह्मणों को उनके भाग्य पर छोड़ देते हैं।सभी ब्राम्हण संगठन व नेता केवल चुनाव तक ब्राम्हणो के नेता रहते हैं चुनाव बाद यदि कोई पीडित ब्राम्हण मदद के लिए जाता है तो ये सीधे से बात नहीं करते है और पीड़ित भटकता रहता था। ऐसे पीड़ित ब्राह्मणों के लिए संजीवनी से कम नहीं है राष्ट्रीय ब्रह्म मंच।इस मंच के माध्यम से पुलिस व प्रशासन के माध्यम से नाजायज सताये जा रहे ब्राह्मणों की मदद की जाती है।वेरोजगारों को रोजगार दिलवाने का काम किया जाता है।मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज हेतु रुपए दिलवाने का कार्य भी किया जाता है।हरदोई की एक होनहार मध्यवर्गीय परिवार की 22 वर्षीय बेटी कशिश उपाध्याय जों कि एक पीलिया की बीमारी से जूझ रही थी इसी के चलते उसका लिवर फ़ैल हो गया था।बृज व अवध क्षेत्र के प्रभारी अरविंद अवस्थी जी से मदद के लिए गुहार लगाई।अरविन्द अवस्थी ने गहनता से जाँच करने के बाद घटना को सत्य पाने के बाद पूरी जानकारी अध्यक्ष जी को दी।उसके बाद अध्यक्ष के आवाहन पर सभी सदस्यों ने डोनेशन करना प्रारंभ कर दिया और अभी भी डोनेशन जारी है।