मनुष्य का शरीर नश्वर है और आत्मा अमर है_संत शशिभूषण दास

बेनीगंज कस्बे में भागवत धर्म प्रचार समिति के तत्वाधान में सीबीजी इंटर कालेज ऑफ साइंस के प्रांगण में दोनों पालियों में निरन्तर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दितीय दिवस की कथा ब्यास ने श्रोताओं को भागवत गीता रहस्य के बारे में रसपान कराया। बताते चलें कि चित्रकूट धाम से पधारे पूज्य संत शशिभूषण दास महाराज ने भागवत गीता के रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मनुष्य का शरीर नश्वर है और आत्मा अमर है इस सच्चाई को जानने समझने के बाद भी मनुष्य अपने नश्वर शरीर पर अभिमान करता है। यह अभिमान बेकार है। अपने शरीर पर अभिमान के बजाय अगर सच को स्वीकार करे तो उसका जीवन सार्थक हो जाएगा। कहा अहंकार रूपी मच्छर ह्रदय को तब तक खोखला करता रहता है जब तक मनुष्य सब कुछ खो नहीं देता। उनके द्वारा कथा स्थल पर कथा एवं भक्तिमय सुन्दर भजनों को सुन सैकडों महिला पुरुष श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इस अवसर पर रमेश सिंह, सुरेश अघिनोत्री, गिरिजेश तिवारी, उमेश तिवारी, मृदुल दुबेदी, सरोज मिश्रा, दीपचन्द्र गुप्ता, मन्नीलाल, रोहित मिश्रा, राजेश गुप्ता, पुनीत मिश्रा सहित सैकड़ों श्रोता कथा पंडाल में उपस्थित रहे।