खबर का हुआ असर  संगठन के एकलौते अध्यक्ष को जिला न्यायालय से भागना पडा महंगा, कोर्ट ने भगोडा किया घोषिय

जमानत कराने के लिए नहीं मिल रहे थे वकिल-न्यायाधीश ने लगाई जमकर पटकार, बेहोस होने का किया नाटक

बैकुण्ठपुर। जिला मुख्यालय मे अपने आपको समाज सेवक कहनें वाले समांताक्रति संगठन के एकलौते अध्यक्ष के खिलाफ जिला न्यायालय मे अपराधिक मामला चल रहा है, सोसल मीडिया का दूरुपयोग कर किसी भी प्रतिष्ठीक व्यक्ति के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करना इसका पेशा बन चूका है, एकलौते अध्यक्ष के संगठन मे रहे एक ने नाम ना छापनें की शर्त पर बताया कि संगठन के सभी लोग मेहनत करके समाज सेवा करते थे लेकिन जो कार्यक्रम होते थे उन कार्यक्रमों मे अंतिम समय मे पहूंच कर अपना नाम सामने लाना इसकी आदत बन चूकि थी इतना ही नहीं सोसल मीडिया मे शहर के प्रतिष्ठित लोगों के खिलाफ लिखना आदत हो चुका था कई प्रतिष्ठित लोगों ने गेहूं के सांथ घुन पिसनें का उदाहरण दिया तब हम संगठन छोड दिये, वहीं सुत्रों की मानें तो संगठन टूटने के पश्चात अपने आपको अध्यक्ष कहने वाले अमिताभ गुप्ता सोसल मीडिया मे अनर्गल शब्दों का प्रयोग करनें को लेकर मार भी खाऐ है सांथ ही दर्जनों से अधिक बार माफी भी मांग चूके है, इन्ही सब को ध्यान मे रखते हुऐ संगठन हमने छोडा। वहीं शहर के एक वकिल के खिलाफ भी अपशब्दों का प्रयोग सोसल मीडिया मे किया था जिसके पश्चात वकिन ने न्यायालय मे परिवाद पेश कर अमिताभ गुप्ता के खिलाफ अपराध पंजिबद्ध करा दिया, उसी अपराध मे जिला न्यायालय में न्यायाधीश के द्वारा पेसी में बार-बार बुलाया जा रहा था, कोर्ट के वकिल ने जानकारी देते हुऐ बताया गलती कर लेने के बाद डर इतना बैठ गया था कि न्यायालय नहीं पहुंच रहा था, जिसपर तीन वारंट जारी हो चूके थे, जब गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ तो न्यायाल पहूंचा और अपने झुठे बिमारी की बात कर कर न्यायालय परिशर से अमिताभ गुप्ता भाग निकला, इसके पश्चात न्यायाधीश के द्वारा उसे भगोड़ा भी घोषित किया गया था, इस संबंध मे प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया। खबर का असर हुआ और गुरुवार को ही न्यायालय परिशर से भाग निकले भगोडे अमिताभ गुप्ता जमानत के लिए पहूंचे, इस दौरान अमिताभ गुप्ता को जमानत दिलाने कोई वकिल सामनें नही आऐ अंततः न्यायाधिस ने जमकर फटकार लगाते हुऐ 1500 सौ रुपया जुर्माना जमा कराने के बाद सह सर्त जमानत मंजुर किया गया।