*मदकूद्वीप तपोभूमि पर संत समाज का ऐतिहासिक महासमागम सम्पन्न* 

मुंगेली!मदकूद्वीप (जिला मुंगेली, छत्तीसगढ़), दिनांक 09 नवम्बर 2025 : मुंडक उपनिषद् के रचयिता, तपोनिष्ठ ऋषि मुंडक की पावन तपोभूमि मदकूद्वीप में आज एक ऐतिहासिक संत?महासमागम सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न मठ?मंदिरों, पीठों और आश्रमों से पधारे अनेक साधु?संतों ने भाग लिया।

सभा में राष्ट्रहित से जुड़े तीन प्रमुख विषयों?समान नागरिक संहिता (UCC) का कार्यान्वयन, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) की स्थापना तथा गौमाता को ?राज्यलोकमाता? घोषित करने?पर विचार?विमर्श किया गया और सर्वसम्मति से तीनों विषयों पर समर्थन प्रस्ताव पारित किए गए।

बैठक का शुभारंभ संत श्री रामरूपदास महात्यागी जी के संयोजन एवं संत समाज के स्वागत?उद्बोधन से हुआ। प्रथम सत्र में प्रो. (डॉ.) संजीव वशिष्ठ, प्रांत अध्यक्ष ? सर्व समाज समन्वय महासभा छत्तीसगढ़ ने तीनों विषयों पर विस्तृत प्रस्तावना प्रस्तुत की।

संत समाज के अनेक विद्वान संतों ने अपने विचार रखे और सर्वसम्मति से तीनों प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ प्रांत के सभी संतजन सर्व समाज समन्वय महासभा एवं राष्ट्रप्रथम संगठन को अपना नैतिक एवं आध्यात्मिक समर्थन प्रदान करेंगे, ताकि राज्य एवं केंद्र सरकार के माध्यम से इन प्रस्तावों को प्रभावी रूप से लागू कराया जा सके।

महासमागम में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष श्री विशेसर जी ने गौ?सुरक्षा एवं गो?धाम विकास के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए, वहीं भूकला आयोग के अध्यक्ष श्री चक्रवर्ती जी ने भी इन तीनों विषयों का समर्थन करते हुए संत समाज की भूमिका की सराहना की।

महासमागम का एक विशेष आकर्षण यह रहा कि राष्ट्रगीत ?वंदे मातरम्? की 150वीं वर्षगांठ पर उपस्थित सभी संतों एवं समाज प्रमुखों ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया। कार्यक्रम का समापन ?गौ माता की जय, भारत माता की जय एवं भगवान श्रीरामचंद्र की जय? के उद्घोष के साथ हुआ।

आप क्या सोचते हैं कि समान नागरिक संहिता (UCC) का कार्यान्वयन भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण है?